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Showing posts from May, 2020

lotus temple

LOTUS TEMPLE स्थान: नेहरू प्लेस , दिल्ली  कब बनकर तैयार हुआ :13  नवंबर 1986   कब खुला :24  दिसम्बर 1986  वास्तुकार :फरिबोराज सा हबा  खुलने का समय : अक्टू बर से मार्च - सुबह 9:30 से शाम 5:30,  अप्रैल से सितंबर - 9:30 से शाम  7:00 बजे तक  बंद : सोमवार  प्रवेश शुल्क :नि:शुल्क लोटस टेम्पल यह भारत की राजधानी दिल्ली   के ईस्ट ऑफ़   नेहरू प्लेस में स्थिति है।   यह टेम्पल    शानदार सफेद पंखुड़ी वाले कमल  पुष्प के आकार में है  इसमें 27 पंखुड़ियां शामिल हैं जो मुक्त अवस्था में हैं.   शुद्ध  सफेद संगमरमर से बना है. इस मंदिर में नौ    नौ प्रवेश द्वार हैं जो एक विशाल केंद्रीय हॉल में खुलते हैं   जो लगभग 40 मीटर की ऊंचाई पर है।इस   मंदिर में 1300 लोगों के बैठने की क्षमता है। एक बार में इस मंदिर में 2500 लोगों को  बिठाया जा सकता है।     यहाँ मंदिर बहाई धर्म के  उपासना का मंदिर है और यहाँ पर देशभर के सभी धर्मो के लो...

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DELHI

दिल्ली का इतिहास  महाभारत काल  दिल्ली  राज्य का इतिहास काफी  पुराना है दिल्ली  हमेशा से राजधानी नहीं थी महाभारत  काल में भरत के वंशज  पांडवो और कौरवो  के बीच में हस्तिनापुर का युवराज बनने का विवाद होने पर  हस्तिनापुर  के महाराज (कौरवो के पिता व पांडवो के ज्येष्ठ पिता ) धृतराष्ट्र ने पांडवो को अपने राज्य का आधा राज्य खान्डयप्रस्थ दिया था   जो उस समय बंजर भूमि थी। जिसको  पांडवो ने अपने परिश्रम  से  उस  बंजर भूमि को हरा भरा बनाया और वहा पर एक शहर बसाया जिसका नाम इन्द्रप्रस्थ रखा जो पांडवो की राजधानी थी , यह पांडवो की कर्मभूमि थी। मध्य कालीन भारत  दिल्ली सल्तनत 1206 ईस्वी से 1526 ईस्वी तक यानी ३२० साल तक चला इन  320 साल की अवधी में दिल्ली सल्तनत में 5  राजवंशो में 31  शासको ने  शासन किया। गुलाम वंश       (1206 -1290 ) खिलजी वंश     (1290-1320) तुगलक वंश     (1320 -1414) सैय्यद वंश  ...